वैदिक मंत्रों का अनुचित अर्थ (Wrong Translation of vedic Mantras)
हिन्दू धर्म के बारे में फैलाई गयी कुछ गलत बातें..और उनका सही अर्थ जिन्हे धर्म परिवर्तन के लिए हथियार बनाया गया। 1 -वेदों में मदीना का उल्लेख है कहावत है कि बिल्ली को सपने में छीछड़े ही दिखते हैं .इसीतरह किसी मौलवी ने वेदों में दिए गए "अदीना "शब्द को "मदीना "पढ़ लिया .और कहा कि वेद में कहा गया है कि ,हम सौ साल तक मदीना में रहें - " प्रब्रवाम शरदः शतमदीना स्याम शरदः शतम " यजुर्वेद - अध्याय 36 मन्त्र 24 जबकि इसका सही अर्थ है कि हे ईश्वर हम सौ साल तक कभी दीन नहीं रहें ,और किसी के आगे लाचार नहीं रहें 2 -मनुस्मृति में मौलाना इसी तरह मनुस्मृति के "मौलान "शब्द को "मौलाना "बताकर यह साबित करने की कोशिश की गयी कि मनुस्मृति में लिखा है कि ,हर बात मौलाना से पूछ कर करना चाहिए .मनुस्मृति का श्लोक है - " मौलान शाश्त्रविद शूरान लब्ध लक्षान कुलोद्गतान " मनुस्मृति -गृहाश्रम प्रकरण श्लोक 29 इसका वास्तविक अर्थ है कि .किसी क्षेत्र के रीतिरिवाज के बारे में जानकारी के लिए वहां के किसी मूल निवासी ,शाश्त्रविद ,कुलीन और अपना लक्ष्य जानने वाले व्